“शिक्षा जीवन की तैयारी नहीं है; शिक्षा ही जीवन है।” ~ जॉन डेवी
– अभ्यास प्रश्न –
इकाई 8 – किशोरावस्था
1. निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प छांटकर अपनी अभ्यास पुस्तिका में लिखिए –
(क) किशोरावस्था की अवधि है-
(अ) 0-5 वर्ष
(ब) 6-11 वर्ष
(स) 11-19 वर्ष ✅
(द) 20-50 वर्ष
(ख) एस्ट्रोजन है-
(अ) अंतः स्रावी ग्रन्थि
(ब) स्त्री हार्मोन ✅
(स) पुरुष हार्मोन
(द) प्रजनन विधि
(ग) सामान्यतः ऋतुस्राव आरम्भ होता है-
(अ) 11 – 13 वर्ष मे ✅
(ब) 20-25 वर्ष में
(स) 45-50 वर्ष में
(द) कभी नहीं
(घ) किशोरावस्था में स्वास्थ्य पोषण से सम्बन्धित योजनाएँ हैं-
(अ) समेकित बाल विकास कार्यक्रम
(ब) राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
(स) सर्वशिक्षा अभियान ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस
(द) उपरोक्त सभी ✅
(ङ) विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है-
(अ) 31 मई
(ब) 5 जून
(स) 11 जुलाई ✅
(द) 13 अक्टूबर
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
उत्तर-
(क) जनन परिपक्कता किशोरावस्था में आती है।
(ख) किशोरों के गले में स्वर यंत्र के उभार को कंठमणि कहा जाता है।
(ग) युग्मनज का पोषण गर्भाशय में होता है।
(घ) अधिक मदिरा का सेवन, व्यक्ति के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
(ङ) मिशन इन्द्रधनुष का उद्देश्य सभी बच्चों का टीकाकरण करना है।
3. निम्नलिखित कथनों में सही कथन पर सही (✅) और गलत कथन पर गलत (❌) का चिन्ह लगाइए –
उत्तर-
(क) पहले ऋतुस्राव को रजोदर्शन कहते हैं। (✅)
(ख) द्वितीयक लैंगिक लक्षण शैशवास्था में दिखाई देते हैं। (❌)
(ग) लिंग गुणसूत्र (X) सिर्फ स्त्रियों में पाया जाता है। (❌)
(घ) पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन है। (✅)
(ङ.) धुम्रपान अधिक करने से श्वास सम्बन्धी रोग हो जाते हैं। (✅)
4. स्तम्भ ‘क’ के कथनों को स्तम्भ ‘ख’ के कथनों से सुमेलित कीजिए –
उत्तर-
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक तथा मानसिक परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए?
उत्तर – किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तन-
1 लंबाई में वृद्धि होना।
2 स्वर में बदलाव होना।
3 जननांगों में परिपक्वता आना।
4 स्वेद एवं तेल ग्रंथियां सक्रिय होना।
किशोरावस्था मैं होने वाले मानसिक परिवर्तन-
1 अधिक सचेत होना
2 अधिक संवेदनशील होना ।
3 अधिक भावुक होना ।
4 तर्क वितर्क करना ।
(ख) द्वितीयक लैंगिक लक्षण किसे कहते हैं तथा ये किस प्रकार नियंत्रित होते हैं?
उत्तर- ऐसे शारीरिक लक्षण जो किशोरावस्था के समय उत्पन्न होते हैं उन्हें द्वितीयक लैंगिक लक्षण कहते हैं। जैसे – लड़कों के चेहरे पर दाढ़ी व मूंछ तथा सीने पर बाल उगना आदि तथा लड़कियों मे स्तनों का विकास , जांघ के ऊपरी भाग मे बाल जाते हैं। द्वितीयक लैंगिक लक्षण ‘हॉर्मोन’ के कारण होते हैं जो अन्तः स्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित होते हैं।
(ग) किशोरावस्था में व्यक्तिगत सफाई के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- किशोरावस्था मे स्वेद व तेल ग्रंथियों की सक्रियता से तथा लसकियों मे ऋजुस्राव के कारण बहुत सी दुर्गंध आने लगती है तथा की प्रकार की बीमारियों का भी खतरा रहता है । इसलिए किशोरावस्था मे व्यक्तिगत सफाई बहुत ही महत्वपूर्ण है।
(घ) युग्मज में लिंग निर्धारण किस प्रकार होता है? समझाइए।
उत्तर- प्रत्येक मनुष्य की कोशिकाओं मे 23 जोड़ी गुणसूत्र होते हैं जिनमे से 22 जोड़ी स्त्री तथा पुरुष दोनों मे समान होते हैं लेकिन 23 वीं जोड़ी मे स्त्रियों मे XX गुणसूत्र तथा पुरुषों मे XY गुणसूत्र होते हैं । यदि निषेचन के समय X गुणसूत्र Y गुणसूत्र से मिलता है तो XY बच्चा लड़का होगा और यदि X गुणसूत्र Y गुणसूत्र से मिलता है तो लड़की होगी । इस तरह लिंग का निर्धारण होता है।
(ङ) किशोरावस्था में पोषण का क्या महत्त्व है? किशोर तथा किशोरियों के पोषण में सुधार लाने हेतु किए जाने वाले क्रियाकलाप पर प्रकाश डालिए?
उत्तर – किशोरावस्था के समय किशोर व किशोरियों मे शारीरिक व मानसिक विकास तेजी से होता है, इसलिए उन्हे ज्यादा पोषण की आवश्यकता होती है। इस अवस्था मे किशोर-किशोरियों को पर्याप्त मात्र मे पौष्टिक व संतुलित आहार लेना चाहिए।
(च) धुम्रपान एवं मादक द्रव्यों से होने वाले दुष्प्रभावों का वर्णन कीजिए।
उत्तर- कभी कभी तनाव, संघर्ष व संगति मे आकार किशोर किशोरियाँ अनजाने मे ही धूम्रपान का सेवन करने लगते हैं जिससे उनके आंतरिक अंगों को क्षति पहुँचती है। धूम्रपान से तांत्रिक तंत्र पर सीधा प्रभाव पड़ता है, श्वास संबंधी रोग हो जाते हैं , यकृत भी प्रभावित होता है यहाँ तक की कैंसर भी हो जाता है । धूम्रपान के प्रयोग व्यक्ति को कमजोर व संवेदन शून्य बनाता है तथा इसके परिणाम बहुत ही गंभीर हो सकते हैं।
(छ) जनसंख्या वृद्धि के कारण तथा उससे होने वाले कुप्रभाव को समझाइए।
उत्तर- जनसंख्या वृद्धि के कारण
1 देश की गर्म जलवायु
2 विवाह की अनिवार्यता
3 कम उम्र मे विवाह
4 यौन शिक्षा का अभाव
5 परिवार नियोजन के उपायों की सीमित जानकारी
6 चिकित्सा सुविधाओं तथा रोग की रोकथाम के उपाय मे बढ़ोत्तरी
जनसंख्या वृद्धि के कुप्रभाव
1 निर्धनता ( प्रति व्यक्ति आय मे कमी)
2 मंहगाई ( खाद्य पदार्थों की कमी )
3 आवास सुविधाओं की कमी
4 पर्याप्त आहार न मिलने से कुपोषण
5 स्वास्थ्य स्तर निम्न
6 शिक्षा , चिकित्सा व परिवहन संबंधी सुविधाओं की कमी
7 रोजगार मे कमी
8 अपराध मे वृद्धि
(ज) परिवार-निरोध विधियों का प्रसार किस प्रकार किया जा सकता है?
उत्तर- परिवार – निरोध विधियों का प्रसार सरकार द्वारा आकाशवाणी , समाचार पत्रों, दूरदर्शन पर, दीवारों पोस्टर व बैनर लगाकर तथा जनसम्पर्क द्वारा किया जा सकता है । इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा शिविर लगाकर तथा परिवार नियोजन को अनिवार्य रूप से पाठ्यक्रम मे शामिल करके भी प्रचार प्रसार किया जा सकता है ।
(झ) परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित योजनाओं को लिखिए?
उत्तर- परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत निम्नलिखित योजनाएं संचालित हैं-
1 मिशन इंद्रधनुष – इसका उद्देश्य भारत के सभी बच्चों को सभी टीका लगाना है जिसमे मुख्यतः 7 टीके ( डिफ्थीरिया, काली खांसी , टिटनेस, पोलिओ, तपेदिक, तथा हेपेटाइटिस बी बीमारियों के टीके ) लगाए जाते हैं ।
2 जननी सुरक्षा योजना – इसका उद्देश्य गरीब महिलाओं को संस्थागत प्रसव करने के लिए आर्थिक सहायता मिलती है।
3 राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा – इसका उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों मे मरीजों को निःशुल्क चिकित्सा सेवा पहुंचाना है। एम्बुलेंस के लिए फोन पर 102 ( नेशनल सेवा ) या 108 ( प्रादेशिक सेवा) डायल करते हैं।
प्रोजेक्ट कार्य
प्रोजेक्ट कार्य छात्र छात्राएं स्वयं करेंगे ।
प्रश्नोत्तरी [ quiz ]
इकाई 8 – किशोरावस्था
COMING SOON
प्रश्नोत्तरी अभी तैयार की जा रही है जल्द ही आपके लिए प्रस्तुत की जाएगी